(INR)30 crore annual,2 crores monthly,60 lakhs weekly,12 lakh daily,50,000 per hour!! अरे ये किसी कंपनी की वार्षिक आय नहीं है,ये तो सचिन तेंदुलकर की आय के आँकङे हैं,वैसे कुछ और भी चौंकाने वाले आँकङे हैं जैसे गोल्फ खिलाङी टाईगर वुड्स के 13.44 crore/day या फुटबॉल खिलाङी क्रिस्टियानो रोनाल्डो के 65 lakh/day !! सुना है धोनी भी सचिन से बहुत पीछे नहीं रह गये हैं,कोई दो राय नहीं कि इतना मूल्य पाने के लिये खिलाङियों को खा़सा परिश्रम भी करना पङता है,पर फिर भी पैसा पानी की तरह बह रहा है।
हर गेंद पर विज्ञापन,कुछ साल रुकिये शायद अगले विश्व कप तक सारे चैनल सीधे प्रसारण का भी वर्गीकरण कर दें,



चतुर बता रहा है आज "Ambush Marketing" के बारे में,या हिंदी में अनुवाद करने का प्रयास किया जाये तो "आक्रामक बिक्री/विपणन",Ambush Marketing एक प्रकार का समझौता है मुख्य प्रायोजक और जो प्रायोजक नहीं हैं उनके बीच,ज़ाहिर है मुख्य प्रायोजक ICC को एक मोटी रक़म देकर विज्ञापन अधिकार वसूलते हैं और किसी भी प्रतिस्पर्धा से संबद्ध विज्ञापन बनाकर उसका लाभ लेते हैं,उदाहरण के लिये पेप्सी के विज्ञापन जिनमें धोनी हेलीकॉप्टर शॉट लगाते दिखायी दे रहे हैं,अब यदि कोका कोला भी विश्व कप से संबंधित विज्ञापन बना ले तो बिना पैसे दिये वो वही लाभ ले रही है जो पेप्सी ये कहलायेगा Ambush Marketing ,हालांकि ICC के कङे नियम हैं किंतु कंपनियाँ भी चालाक हैं,नियम को तोङना मरोङना संभव है,जैसे विश्वकप का लोगो और थीम उपयोग किये बिना और बिना भारत की जर्सी पहने विज्ञापन कर सकते हैं,ज़ाहिर है बहती गंगा में कौन हाथ नहीं धोना चाहेगा,और जब हर तीसरे विज्ञापन में धोनी है तो हाथ ही नहीं पूरी बॉडी धोनी है,हाँ अगर खेल नहीं पाये तो गंगा मैली होनी है।
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Main Sponsors of ICC World Cup 2011 |
रोमांचक क्षणः
और ये है नब्बे के दशक में प्रचलित हुआ एक विज्ञापन जिसमें भारत के दो सबसे ज़्यादा बिकने वाले सितारे शामिल थे,ज़ाहिर है शाहरूख तब इतने प्रचलित नहीं थे किंतु इस विज्ञापन ने उनकी दशा और दिशा बदल दी,गॉड सचिन की महिमा है।
और ये है नब्बे के दशक में प्रचलित हुआ एक विज्ञापन जिसमें भारत के दो सबसे ज़्यादा बिकने वाले सितारे शामिल थे,ज़ाहिर है शाहरूख तब इतने प्रचलित नहीं थे किंतु इस विज्ञापन ने उनकी दशा और दिशा बदल दी,गॉड सचिन की महिमा है।
रुपक
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