Tuesday, February 8, 2011

बिल्ली की किस्मत से छीका टूटा

"I am not worried at all about the injuries; these are part of the game. I am confident the team will be fully fit when the World Cup starts." K Srikkanth, Chief selector Indian cricket team.
श्रीकांत जी से जब मीडिया लागातार सवाल करती रही तो जनाब झल्ला गये और बोला कि चोट तो खेल का हिस्सा है,टीम बहुत संतुलित है और हम पूरी तरह आत्मविश्वास से लबरेज़ हैं,दस दिन भी नहीं हुए और आ गयी ख़बर प्रवीण कुमार के अनफिट होने की;चलो  श्रीसंत की दर्जन भर ताबीज़ तो काम आ गयीं और बिल्ली की किस्मत से छीका टूट गया। हेमस्ट्रिंग,एल्बो,लिगामेंट टियर,शोल्डर और फिंगर, ये सब मेडिकल टर्म्स आम आदमी भी जानने लगा,क्रिकेट की महिमा ने सबको आधा डॉक्टर तो बना ही दिया,इधर श्रीसंत की निकल पङी और ऊधर ऑस्ट्रेलियन खिलाङी हॉरिट्ज़ और हसी की हँसी गा़यब हो गयी,इंग्लैंड के मॉर्गन और बंग्लादेशी मुर्तज़ा,और भी नाम आयेंगे।अपने मास्टर ब्लास्टर ही आधे शरीर में प्लास्टर लगवा चुके हैं।
 अभी बहुत क्रिकेट बाकि है,अभी तो I.P.L  में ऊँचे दामों पर बिके घोङों को भागना ही होगा,फटाफट विग्यापन भुनाने हैं वर्ल्ड कप से पहले ,पता नहीं बाद में कौन देखेगा इन्हें,छवि का जुआँ है जब तक चला तो चला फिर सङकों पर पोस्टर जला।खै़र O.T. के अंदर,मीडिया रुम के अंदर,अख़बारों के अंदर और सङकों पर बहुत चीर-फाङ होने वाली है,जब तक क्रिकेट है सब डॉक्टर,सलेक्टर,समालोचक और विशेषज्ञ हैं,जीवन के हर मोङ पर ठगा जाने वाला आम आदमी यहीं थोङा सुकून पाता है,कोई डपटने वाला नहीं,कोई झिङकी कोई उलाहना नहीं ;वरना राजा से तलवार और आदर्श से स्विस भंडार तक सन्नाटा ही सन्नाटा,निराशा ही निराशा पसरी थी,हर फ़िक्र उङा कर धुऐं में हो जायेंगे आज़ाद,वैसे भी क्या आबाद हैं चलिए क्रिकेट करेगा बरबाद।
चतुर की चटाईः
बात चोटों की हो रही है और अपना साइलेंसर पीछे रह जाये ,लीजिए निकाल लाया है कुछ आँकङे (वैसे साइलेंसर बैट्समैन होता तो विकेट कीपर वैसे ही चोटिल हो जाते,Nose and Lungs Injury)
(The incidence of injury relating to specific aspects of the game is as follows: bowling 41.3 percent, fielding and wicket-keeping 28.6 percent, and batting 17.1 percent.
The breakdown of which parts of the body get injured is as follows: lower limbs 49.8 percent, upper limbs 23.3 percent, and back and trunk 22.8 percent.Source: health24.com)
रोमांचक क्षण
 वैसे तो महान बल्लेबाज़ सचिन की हर पारी शानदार है, लेकिन उनकी प्रिय पारी जो शायद हर भारतीय की प्रिय होगी वो है चोटिल सचिन द्वारा चिर-परिचित प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के विरूद्ध खेली गयी यह पारी,गज़ब की जीवटता,ग़ज़ब का आत्मवीश्वास और एक अविस्मरणीय विजय।
रुपक

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